बजट क्या है? बजट की परिभाषा और प्रकार की संपूर्ण जानकारी

बजट क्या है?

नमस्कार डियर पाठक आज के इस लेख में हम जानेंगे कि बजट क्या है? क्योंकि बजट के बारे में हम हर वर्ष कुछ ना कुछ सुनते हैं कि आज बजट पास हुआ है तो इस सेक्टर को इतना मिला है और इस सेक्टर को उतना मिला है,

यहां तक कि बजट तो हर घर में बनता है। लेकिन इसी बीच सवाल आता है, आखिर यह बजट क्या होता है,‌ और इसे क्यों बनाया जाता है। और भारत में बजट कब पारित होता है इन सब सवालों के जवाब जानेंगे हम इस आर्टिकल के माध्यम से।

बजट क्या है? What is Budget?

बजट, भविष्य में पैसा खर्च करने के लिए बनाई गई एक योजना की प्रक्रिया है, और इसी खर्च की योजना को बजट कहां जाता है। बजट पूरे वर्ष की राजस्व एवं अन्य कमाई तथा खर्चों का अनुमान लगाकर बनाया जाता है। देखिए बजट आय के साथ खर्चों को भी संतुलित करके चलता है जिससे कि किसी भी प्रकार का कर्ज या फिर एक्स्ट्रा खर्चा नहीं हो, इसी प्रकार सरकार भी देश चलाने के लिए बजट पेश करती है, जिसमें वित्त मंत्री के द्वारा, सरकार के समक्ष अपने खर्चों का अनुमान लगाकर, आने वाले वर्ष के लिए कई योजना बनाकर जनता के सामने हर वित्तीय वर्ष के दौरान प्रस्तुत किया जाता है‌।

एक आदर्श बजट होता है, जिसमें बिना किसी लोभ-लालच के सरकार द्वारा कुछ बजट में लोग, व्यापार, सरकार, देश बहुराष्ट्रीय संगठन, प्रति व्यक्ति, फैमिली, ग्रुप के लिए अच्छी से अच्छी स्कीम हो तथा खर्चे वे इन्वेस्ट किए गए हो।

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बजट का अर्थ एवं परिभाषा

‘बजट’ शब्द फ्रेंच भाषा के शब्द ‘बजूट’(Baugette) से बना है, जिसका अर्थ होता है, ‘चमड़े का थैला’ या झोला।

इस शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम वर्ष 1773 में व्यंग रचना में रॉबर्ट वालपोल ( इंग्लैंड के प्रधानमंत्री ) के ‘ ओपनिंग दी बजट वित्तीय योजना के विरोध किया गया।

Budget , वित्तीय आय – व्यय का वार्षिक लेखा – जोखा होता है।

बजट की परिभाषा जो विद्वानों ने दी है :-

  1. कौटिल्य के अनुसार , सारे काम वित्त पर निर्भर है । अतः सर्वाधिक ध्यान कोषागार पर देना चाहिए |
  2. लेरॉय ब्यूलियो के अनुसार , ‘ बजट एक निश्चित अवधि के अंतर्गत होने वाली अनुमानित प्राप्तियों तथा खर्चों का एक विवरण है।
  3. विलने के अनुसार , ‘ बजट अनुमानित आय तथा व्यय का विवरण , तुलनात्मक चित्रण और राजस्व एकत्र करने तथा सार्वजनिक धन खर्च करने के लिए सक्षम प्राधिकारी को दिया हुआ प्राधिकार तथा निर्देश है ।

बजट के प्रकार। Types of budget in hindi

डियर पाठक आपको बता दें कि बजट के कई प्रकार होते हैं लेकिन हम दो प्रकार के बजट के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे। और अन्य प्रकार के बजट के बारे में भी बताएंगे-

  1.  संतुलित बजट (Balanced Budget)
  2. असंतुलित बजट ( Unbalanced budget)

चलिए इनके बारे में विस्तार से जानते हैं।

1, संतुलित बजट। संतुलित बजट किसे कहते हैं Balanced budget in hindi 

ऐसा बजट जिसमें अनुमानित इनकम (रेवेन्यू) और खर्चों की राशि समान रूप से दिखाई जाती है, उसे ही संतुलित बजट कहते हैं। वाकई यह एक आइडल सिस्टम है। क्योंकि डाल्टन के अकॉर्डिंग, संतुलित बजट किसी एक टाइम पीरियड में रेवेन्यू खर्चों से कम नहीं होते हैं। संतुलित बजट में किसी भी प्रकार का घाटा या आधिक्य भी नहीं होता है।

वाकई में ऐसा स्टेज सामान्य व्यापार में देख पाना इंपॉसिबल है। वर्तमान समय में सरकार, चाहते हुए भी संतुलित बजट को नहीं बना सकती है। इसका मुख्य कारण यह है कि सार्वजनिक खर्चों में वृद्धि, जोकि रेवेन्यू की अपेक्षा ज्यादा होती है। इसलिए व्यवहार में बजट को संतुलित रख पाना लगभग मुश्किल है। और हम कह सकते हैं कि संतुलित बजट एक थियोरेटिकल आइडिया है।

इसका मतलब यह नहीं है कि सरकार संतुलित बजट नहीं बना सकती बल्कि सरकार को ऐसी कोशिश करना चाहिए कि जितना हो सके उतना संतुलित बजट बनाएं, और सरकार इसके लिए कोशिश भी करती है और इसके परिणाम भी प्राप्त होते हैं।

असंतुलित बजट। असंतुलित बजट किसे कहते हैं? Unbalanced budget in hindi

ऐसा बजट जिसमें अनुमानित रेवेन्यू तथा खर्चे में समानता नहीं हो। कहने का मतलब ऐसा बजट जिसमें सरकार का रेवेन्यू और सरकार के खर्चों में बिल्कुल समानता नहीं होती है, उसे असंतुलित बजट कहा जाता है

डियर पाठक आपको बता दें कि असंतुलित बजट दो प्रकार का होता है-

  1. घाटे का बजट (Deficit budget)
  2. आधिक्य का बजट (surplus budget)
1, घाटे का बजट (Deficit Budget in hindi)

घाटे का बजट किसे कहते हैं? आपको बता दें कि घाटे का बजट उसे कहते हैं जब अनुमानित रेवेन्यू की तुलना में खर्चा अधिक दर्शाया जाए तो इसे घाटे का बजट कहते हैं। और इस प्रकार के घाटे को पूरा करने के लिए सरकार या तो जनता तो उतार लेती है, या फिर मुद्रा कोष का प्रयोग घाटे के बजट में करती है। और इस प्रकार घाटे का बजट सरकार की रिस्पांसिबिलिटी को बढ़ा देता है जिसके कारण मुद्रा कोष में कमी आ जाती है। और इस बजट का प्रयोग साधारण दें मंदी को दूर करने के लिए किया जाता है।

2, आधिक्य का बजट (Surplus Budget in hindi)

आधिक्य का बजट किसे कहते है? देखिए आधिक्य का बजट उसे कहा जाता है जिसमें अनुमानित रेवेन्यू की तुलना में कम खर्चे दिखाए जाते हैं। इसे ही आधिक्य का बजट कहा जाता है। आधिक्य के बजट में सरकारी ऋणों के अंदर कमी हो जाती है। और सरकार के मुद्रा कोष मे वृद्धि होती है। और जाहिर सी बात है इस प्रकार के बजट में सरकार की रिस्पांसिबिलिटी कम हो जाती है। इस प्रकार के बजट का प्रयोग किया जाता है जब इकोनामी में अतिस्फीति की स्थिति बनी हो।

अन्य प्रकार के बजट

3, सामान्य बजट (Ordinary budget in hindi)

सामान्य बजट उसे कहते हैं जिसको वार्षिक आधार पर सामान्य परिस्थितियों में बनाया जाता है। उसे सामान्य बजट कहते हैं।

4, पूंजीगत बजट (Capital budget)

5, अंतरिम बजट (Interim Budget)

बजट निर्माण के उद्देश्य (Aim of Budget in hindi)

डियर पाठक हर वर्ष के लिए सरकार पूर्व में ही योजना बना लेती है, जिसमें सरकार की इनकम के स्रोत जैसे- विभिन्न प्रकार की टैक्स वसूली, राजस्व से आय, सरकारी फीस- जुर्माना, डिविडेंड, और ब्याज आदि सभी इनकम को जनता के ऊपर खर्च करने के लिए बजट बनाना मुख्य उद्देश्य होता है।

  1. आर्थिक विकास की दर मे वृद्धि करना।
  2. गरीबी व बेरोजगारी को खत्म करना।
  3. असमानताओ को दूर कर इनकम का सही योजनाओं मे उपयोग करना।
  4. बाजार मे मूल्य व आर्थिक स्थिरता बनाये रखना।
  5. अन्य सभी क्षेत्रों रेल, बिजली, वित्त, अनाज, खाद्यपदार्थ, बैंकों के लिये भी फण्ड रखना।

बजट विवरण क्या है?

बजट विवरण एक निश्चित अवधि के लिए पूर्वनिर्धारित राजस्व और व्यय का अनुमान है। यह भविष्य की वित्तीय स्थितियों को दर्शाता है और वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करता है।

भारत का वार्षिक बजट क्या है? (What Is India’s Annual Budget?)

भारत का केंद्रीय बजट, जिसे भारत के संविधान के अनुच्छेद 112 में वार्षिक वित्तीय विवरण भी कहा जाता है, भारत गणराज्य का वार्षिक बजट है। सरकार इसे फरवरी के पहले दिन पेश करती है ताकि अप्रैल में नए फाइनेंशियल ईयर की शुरुआत से पहले इसे भौतिक बनाया जा सके।

केंद्रीय बजट कौन तैयार करता है?

डियर पाठक, वित्त मंत्रालय में आर्थिक मामलों के विभाग का बजट निर्माण के लिए जिम्मेदार नोडल निकाय है। बजट डिवीजन सभी केंद्रीय मंत्रालयों, राज्यों, केंद्रशासित प्रदेशों, स्वायत्त निकायों, डिपो और रक्षा बलों को अगले साल के लिए अनुमान तैयार करने के लिए एक परिपत्र जारी करता है।

बजट के फायदे? Budget benefits?

बजट यह जानने में सक्षम बनाता है कि क्या खरीद सकते हैं और क्या नहीं, अवसरों को खरीदने और निवेश करने का लाभ उठाएं, और योजना बनाएं कि अपने कर्जे को कैसे कम किया जाए। बजट यह भी बताता है, कि अपने फंडों का अलॉटमेंट कैसे करते हैं, आपके पैसे आपके लिए कैसे काम कर रहे हैं, और आप अपने वित्तीय लक्ष्यों तक पहुंचने के लिए कितने दूर हैं, इसके आधार पर आपके लिए क्या महत्वपूर्ण है।

संविधान के आधार पर बजट,

संविधान के अनुछेद (Artical) 112 के अनुसार, राष्ट्रपति प्रत्येक वित्तीय वर्ष के दौरान ,संसद के दोनों सदनों के समक्ष वार्षिक वित्तीय विवरण रखवाते है, जिसमे सरकार के गत वर्ष के आय/प्राप्तियों व व्ययों का ब्योरा होता है।

बजट पारित करने की प्रक्रिया बजट प्रक्रिया निम्नलिखित चरणों से गुजरती है

  1. बजट का प्रस्तुतीकरण।
  2. आम बहस।
  3. विभागीय समितियों द्वारा जांच।
  4. अनुदान की मांग पर मतदान।
  5. विनियोग विधेयक पर पारित होना।
  6. वित्त विधेयक का पारित होना।

निष्कर्ष, बजट क्या है?

डियर पाठक आज के इस लेख बजट क्या है? में हमने जाना कि बजट क्या होता है और बजट किस प्रकार कार्य करता है बजट कितने तरीके का होता है सरकार बजट क्यों बनाती है। अगर आप स्टॉक मार्केट में है या आना चाहते हैं तो आपको बजट के बारे में नॉलेज होना जरूरी है। शेयर मार्केट सीखना चाहते हैं या शेयर मार्केट से जुड़ी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो हमारी स्टॉक पत्रिका वेबसाइट के नोटिफिकेशन ऑन कर ले यह आप Allow बटन पर क्लिक करके कर सकते हैं

Trading Kya Hai (ट्रेडिंग क्या है) What is trading

Trading-Kya-Hai

Trading Kya Hai शेयर मार्केट में पैसे कमाने का एक सबसे सरल और आसान तरीका ट्रेडिंग है लेकिन जितना आसानी है लगता है उतना ही जोखिम भरा भी है यहां पर यदि कोई व्यक्ति बिना कुछ सीखें ही एंट्री ले लेता है तो उसे काफी ज्यादा नुकसान उठाना पड़ सकता है शेयर बाजार में ट्रेडिंग के माध्यम से आप रोज पैसा कमा सकते हैं लेकिन इससे पहले आपको बहुत कुछ ट्रेडिंग से संबंधित लर्निंग सीखना आवश्यक है तभी आप यहां से पैसा कमा सकते हैं तो चलिए विस्तार से जानते हैं की ट्रेडिंग क्या है ट्रेडिंग कैसे करते हैं और ट्रेडिंग करते समय किन-किन महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए

Trading Kya Hai? (what is trading)

Trading शेयर बाजार से पैसा कमाने का एक ऐसा तरीका है यहां पर आप रोज 9:15 से 3:30 तक कुछ ऐसे शेयर को चुनना होता है जिनको आप कम में खरीद के ज्यादा में बेच दे और इस प्रोसेस के बीच का जो प्रॉफिट होता है,

वह आप निकाल लेते हैं ट्रेडिंग का हिंदी में मतलब व्यापार होता है भारत में ज्यादातर ट्रेडर्स इक्विटी में ट्रेड करते हैं लेकिन कई लोग फ्यूचर और ऑप्शन में भी ट्रेडिंग करते हैं ट्रेडिंग को शेयर मार्केट का सबसे रिस्की फील्ड माना जाता है

ट्रेडिंग कैसे करेंhow to trade

शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने के लिए आपके पास एक डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट होना आवश्यक है इस डिमैट अकाउंट के माध्यम से ही आप मार्केट के अंदर ट्रेड कर सकते हैं इसके बाद आप ट्रेडिंग से संबंधित पूरी शिक्षा प्राप्त कर लेवे उसके बाद आप शेयर मार्केट के अंदर ट्रेडिंग करना शुरू कर सकते हैं,

ट्रेडिंग की शुरुआत करते समय आप हमेशा थोड़े कम पैसों के साथ में ट्रेडिंग करें और जब आपको अच्छा ट्रेडिंग से संबंधित एक्सपीरियंस हो जाए तो आप ज्यादा पैसे से शुरू कर सकते हैं।

ट्रेडिंग कैसे सीखेhow to learn trading

आपके लिए ट्रेडिंग सीखने का सबसे बेहतरीन प्लेटफॉर्म यूट्यूब है यहां पर आप ट्रेडिंग से संबंधित काफी कुछ सीख सकते हैं उसके बाद आप एक अच्छे गुरु की सहायता से ट्रेडिंग को और ज्यादा अच्छे से सीख सकते हैं

आपको ऑनलाइन प्लेटफॉर्म मैं कई सारे लोग कोर्स भी भेजते हैं लेकिन आपको इनसे बचना है इनके अलावा आपको एक ऐसे गुरु की तलाश करनी है जो आपको अच्छे से ऑनलाइन या ऑफलाइन ट्रेडिंग के बारे में बहुत कुछ सिखा सके लेकिन आप बेसिक लर्निंग यूट्यूब से भी सीख सकते हैं

ट्रेडिंग अकाउंट क्या हैwhat is trading account

जिस तरह से बैंक में अपने बचत खाते को चालू रखने के लिए उसमें थोड़ा बहुत पैसा रखना अनिवार्य होता है वैसे ही आपको एक ट्रेडिंग अकाउंट बनाने के लिए उसमें ट्रेड करना जरूरी होता है ट्रेडिंग अकाउंट आपका डिमैट अकाउंट के साथ में ही खुलता है जहां पर आप ट्रेड करते है जब आप डीमैट खाते के साथ ट्रेडिंग अकाउंट पर खोलते है

तो आपका ब्रोकर आपको मार्जिन की सुविधा देता है जिसका इस्तेमाल करके आप कम पैसों में भी ज्यादा पैसों की ट्रेडिंग कर सकते हो और इसमें जो फायदा होता है उसका कुछ हिस्सा फिर आपका ब्रोकर भी लेता है

ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती हैWhat are the types of trading

ट्रेडिंग को आप मुख्यतः तीन भागों में कर सकते हैं इस तरह से ट्रेडिंग की तीन श्रेणियां है

  • इंट्राडे ट्रेडिंग
  • स्विंग ट्रेडिंग
  • स्कैल्प इन ट्रेडिंग

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