डियर पाठक आज हम समझने वाले हैं, शेयर मार्केट का गणित क्योंकि स्टॉक मार्केट का गणित हमसे बिना आप मार्केट को समझ ही नहीं सकते क्योंकि, आपको पता है आजकल स्टॉक मार्केट ट्रेंड पर चल रहा है।
यहां पर लाखों नयें निवेशक आते हैं, और अपना पैसा दांव पर लगाते हैं, लेकिन उनको शेयर मार्केट का गणित नहीं पता होता है
और वह मार्केट को सीखना नहीं चाहते हैं सीधा अमीर बनना चाहते हैं। इस चक्कर में अपना सब कुछ गंवा बैठते हैं और फिर मार्केट को दोष देते हैं की स्टॉक मार्केट तो एक जुआ है यहां पर सिर्फ पैसे बर्बाद होते हैं
लेकिन अगर आप सीख कर यह सब करते हो तो स्टॉक मार्केट बहुत ही सरल हैं आपको पता ही है कि स्टॉक पत्रिका नयें निवेशक को हर बार सीख कर ही मार्केट में उतरने की सलाह देता है।
आपको बता दें कि शेयर बाजार का गणित इन्वेस्ट करने के लिए बेहतर एनालिसिस करने में मदद करता है। शेयर मार्केट के गणित से हमें सही शेयरों को पहचानने में मदद मिलती है।
शेयर मार्केट का गणित क्या है? What is Stock Market Maths?
शेयर मार्केट के गणित से तात्पर्य है कि स्टॉक मार्केट की हर एक चीज को बारीकी से समझना जैसे कि स्टॉक मार्केट क्या है?
शेयर मार्केट में निवेश कैसे करते हैं? टेक्निकल एनालिसिस क्या है? फंडामेंटल एनालिसिस, चार्ट को समझना, सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस क्या है? डीमेट अकाउंट क्या है? ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है? और कई सारी चीजें हैं जिन्हें हम शेयर मार्केट के गणित में इंक्लूड करते हैं।
अब आपके दिमाग में अवश्य एक ख्याल आ रहा होगा कि यह सारी चीजें क्यों जरूरी है क्या इसके बिना शेयर मार्केट में निवेश नहीं कर सकते ऐसा नहीं है
कि आप निवेश नहीं कर सकते आप निवेश कर सकते हैं लेकिन आप अपना पैसा गवा बैठोगे
क्योंकि आप खुद सोचिए जब आप एक नौकरी के लिए 15 16 वर्ष लगा सकते हो फिर आप स्टॉक मार्केट में इतनी जल्दबाजी क्यों करते हैं
इसलिए हमारी सलाह है कि आप जब भी शेयर मार्केट से पैसा कमाने की सोचे तो पहले शेयर मार्केट की बुनियादी पढ़ाई कर ले अन्यथा आप भी यही सोचेंगे कि शेयर मार्केट एक जुआ है।
शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए बुनियादी गणित
डियर पाठक शेयर मार्केट गणित के फार्मूले समझने में काफी आसान है, और यह फार्मूले आपको सही स्टॉक और फंड चुनने में मदद करेंगे
इनकी सबसे अच्छी बात यह है कि यह आपके अनुमान को काफी हद तक बनाए रखेंगे
सरल बीजगणित और अंकगणित। Simple Algebra and Arithmetic
डियर पाठक आपको यहां पर पांच मुख्य बीजीय और अंकगणितीय समीकरण है जो इन्वेस्टर को जानने चाहिए और इन को समझना चाहिए
यह समीकरण आपको पूरे शेयर मार्केट का गणित समझा देंगे
1, फंडामेंटल एनालिसिस
किसी भी स्टॉक में निवेश करने से पहले आपको उस स्टॉक के बारे में रिसर्च करना चाहिए
इसके लिए आप कंपनी की बैलेंस शीट प्रॉफिट और लॉस का स्टेटमेंट चेक कर सकते हैं और इससे प्रतिशत मूल्य के रूप में इसकी गणना कर सकते हैं
Return on Equity (ROE) = (Net Income / Shareholders Equity)
इक्विटी पर रिटर्न ( आरओई ) = (शुद्ध आय / शेयरधारक इक्विटी)
जैसे- ROE (रिटर्न ऑन इक्विटी) शेरहोल्डर को कंपनी की योग्यता के बारे में जानकारी देता है
यह कंपनी की क्षमता को बताने के लिए परफेक्ट उपाय हैं इस फार्मूले का इस्तेमाल करके आप जान सकते हैं
कि कंपनी इक्विटी निवेश को प्रॉफिट में अच्छे ढंग से कैसे बदल सकती है हाई ROE हमेशा रिटर्न की संभावना से कनेक्ट होता है
लेकिन आप स्टॉक का चयन करते समय ROE को अकेला कारण नहीं मान सकते।
यहाँ पर ROE के साथ और भी पैरामीटर की जानकारी प्राप्त कर उसमे निवेश करने की योजना बना सकते है।
उदा. जैसे फार्मास्युटिकल्स क्षेत्र की तुलना में बैंकिंग और फाइनेंसियल सर्विस सेक्टर में उद्योग का एवरेज ROE अलग है।
आपको बता दें कि यदि कोई कंपनी बहुत ज्यादा कर्जा लेती हैं, और उसका इक्विटी इन्वेस्टमेंट कम है तो ROE ज्यादा हो सकता है
इसीलिए इन्वेस्ट करने से पहले इन सभी कारणों को बारीकी से जांच लेवे।
2, फ्यूचर वैल्यू इन्वेस्टमेंट
कई सारे निवेशक अधिक प्रॉफिट प्राप्त करने के लिए स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट करते हैं लेकिन इन्वेस्ट करने पर उन्हें कितना प्रॉफिट प्राप्त होगा
इसका एनालिसिस वह नहीं कर सकते इसलिए उन्हें कई बार बड़े जोखिम से गुजरना पड़ता है
अवधारणा को ” भविष्य का मूल्य ” कहा जाता है और निवेशकों द्वारा अपने निवेश के भविष्य के मूल्य के बारे में अनुमान लगाने के लिए इसका उपयोग किया जाता है ।
इसलिए , आप इस फार्मूले से आकलन कर सकते हैं कि आपको अपने वित्तीय लक्ष्यों तक पहुंचने के लिए प्रत्येक वर्ष कितना इन्वेस्टमेंट करने की आवश्यकता है ।
F = p × (1+r)t
एफ = पी ×(1 + आर) टी
- एफ = निवेश का भविष्य मूल्य
- पी = निवेश का वर्तमान मूल्य
- टी = कंपाउंडिंग अवधियों की संख्या
- आर = आवधिक ब्याज दर या वापसी की दर
3, टोटल रिटर्न की गणना
Total Return = {(Value of investment at the end of the year – Value of investment at the beginning of the year) + Dividend } / Value of investment at the beginning of the year
कुल रिटर्न = { (वर्ष के अंत में निवेश का मूल्य – वर्ष की शुरुआत में निवेश का मूल्य) + लाभांश } / वर्ष की शुरुआत में निवेश का मूल्य
डियर पाठक जहां फ्यूचर वैल्यू आपके इन्वेस्टमेंट पर अनुमानित रिटर्न की भविष्यवाणी करने के बारे में है,
वही बात करें टोटल रिटर्न की तो यह आपके इन्वेस्टमेंट पर एक्चुअल रिटर्न की गणना के बारे में है।
यह एक सिंपल कैलकुलेशन है जिसमें डिविडेंड आय भी शामिल है चलिये एक उदाहरण के माध्यम से समझते हैं
उदाहरण, यदि आपने ₹6,500 में एक शेयर खरीदा है और अब इसकी कीमत ₹7,800 है , तो आपको ₹ 1,300 का अप्राप्त लाभ होगा। इस दौरान आपको ₹250 का डिविडेंड भी मिला।
यहाँ पर कुल रिटर्न : = { ( ₹ 7,800 – ₹ 6,500 ) + ₹ 250 } / ₹ 6,500 = 31 % होगा।
आप इस गणना का उपयोग किसी भी अवधि के लिए कर सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे की ये कैलकुलेशन इन्फ्लेशन और दूसरे पैरामीटर का आंकलन नहीं करता है
आपको एक साधारण गणितीय रिटर्न प्रतिशत प्रदान करती है।
Stock Price = V + B × M
स्टॉक मूल्य = वी + बी × एम
कहाँ पे ,
- वी = शेयर का विचरण (Share’s Variance)
- बी = बाजार के संबंध में स्टॉक में उतार – चढ़ाव कैसे होता है (How the stock fluctuates with respect to the market)
- एम = बाजार स्तर (Market Level)
डियर पाठक उपरोक्त सूत्र कैपिटल एसेट प्राइसिंग मॉडल CAPM (Capital Asset Pricing Model) है
इसका उपयोग शेयर बाजार में सामान्य मूवमेंट के संबंध में शेयर की कीमत का आकलन करने के लिए किया जाता है।
5, P/E रेश्यो
Price/Earnings Ratio (P/E) = Market Value of the Stock / Earnings Per Share
मूल्य / आय अनुपात ( पी / ई ) = स्टॉक का बाजार मूल्य / प्रति शेयर आय
यह अनुपात (Ratio) आपको यह समझने में हेल्प करता है, कि क्या किसी विशेष कंपनी के शेयर की कीमत बाजार में अधिक या कम है।
यह एक सिंपल कैलकुलेशन है जो आपको बताती है कि प्रति शेयर आय की तुलना में किसी शेयर की कीमत कितनी है।
P/E रेश्यो का उपयोग किसी शेयर की कीमत उसी उद्योग के अन्य शेयरों से तुलना करने के लिए किया जाता है।
यहां पर एक शेयर का बाजार मूल्य स्टॉक मार्केट पर एक शेयर खरीदने की लागत है और प्रतीक शेर आई कंपनी की वित्तीय रिपोर्ट दी गई वार्षिक प्रति शेयर आय की जानकारी प्रदान करता है।
यदि कंपनी का पी/ई रेश्यो उद्योग के पी/ई रेश्यो से कम है तो एक इन्वेस्टर को इसकी कम कीमत के कारणों की छानबीन के लिए आगे की जांच करनी चाहिए और
उन्हीं कारणों के आधार पर कोई इन्वेस्टर इसे खरीदने या बेचने का निर्णय ले सकता है।
शेयर मार्केट में सफलता के लिए गणित का उपयोग कैसे करें?
- डियर पाठक शेयर मार्केट का गणित आपको बहुत कुछ जानने में मदद करता है जैसे कि किस स्टॉक में आपको कितना निवेश करना चाहिए और कौन सा स्टॉक भविष्य में अच्छा ग्रो कर सकता है और कौन सा स्टॉक आपके पैसे बर्बाद कर सकता है यह सारी चीजें आपको शेयर मार्केट के गणित के द्वारा ही समझ में आएगी इसलिए आप ऊपर बताए गए एक एक इंस्ट्रक्शन को ध्यानपूर्वक समझे।
- शेयर मार्केट का गणित आपको स्टॉक मार्केट इंडेक्स जैसे निफ़्टी फिफ्टी और सेंसेक्स के इंफॉर्मेशन लेने में बहुत ही लाभकारी है।
- और आपको बता दें कि शेयर मार्केट का गणित आपको अलग-अलग कंपनी के फंडामेंटल एनालिसिस कंपनी के पी/ई रेशों की कैलकुलेशन टोटल रिटर्न की कैलकुलेशन फ्यूचर इन्वेस्टमेंट वैल्यू जानने में मदद करता है और इसके अनुसार आप इन्वेस्ट करने का निर्णय ले सकते हैं।
- आपको ऊपर 5 समीकरण बताए गए हैं और उन सब में अलग-अलग फार्मूले बताए गए हैं जिनके द्वारा आप अपनी कैलकुलेशन को बेहतर बना सकते हैं और सही शेयर प्राइज पर ट्रेड करके अपने प्रॉफिट को बढ़ा सकते हैं।
- शेयर मार्केट का गणित आपको एक अनुमान लगाने में मदद करता है जैसे कि आप तुक्का ना लगाकर स्टॉक को सही से एनालिसिस कर सके
मार्केट कैप का गणित, market cap math
डियर पाठक मार्केट कैप के गणित को कैलकुलेट करने के लिए हम निम्नलिखित फार्मूले का उपयोग कर सकते हैं।
मार्केट कैप = शेयरों की कुल संख्या × प्रत्येक शेयर का वर्तमान बाजार मूल्य
मार्केट केपीटलाइजेशन (Capitalization) तकनीकी परिभाषा है, जिसे अक्सर मार्केट कैप कहा जाता है, किसी कंपनी के शेयरहोल्डरो द्वारा रखे गए
सभी शेयरों का बाजार मूल्य बाजार पूंजीकरण के रूप में जाना जाता है।
चलिये इसको उदाहरण द्वारा अच्छे से समझने का प्रयास करें। जैसे कि किसी xyz कंपनी के शेयर स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड है। और
कंपनी के पास लगभग 5 लाख शेयर हैं, जो कि स्टॉक मार्केट में वर्तमान समय में ₹300 प्रति शेयर के हिसाब से ट्रेड कर रहे हैं
तो उस कंपनी का मार्केट केपीटलाइजेशन ₹150000000 होगा (5 लाख शेयर × ₹300 प्रति शेयर)
कंपाउंडिंग
डियर पाठक आपको शेयर मार्केट के गणित के अलावा कंपाउंडिंग गणित को भी समझना चाहिए यह आपकी इन्वेस्टिंग पावर को बढ़ाएगा ऐसा दावा हम इसलिए कर रहे हैं
क्योंकि आपने ब्याज पर पैसे देने वाले लोगों को जरूर देखा होगा या या कभी आपने भी ब्याज पर पैसा लिया होगा या लोन लिया होगा
अब आपको यहां पर बताते हैं कि लोन देने वाले भी दो तरह के लोग होते हैं या दो तरह की संस्था के सकते हैं
- एक संस्था होती है जो सिर्फ आपको सिंपल ब्याज पर पैसा देती है जैसे कि आपको ₹10000 पर ₹3 प्रतिशत का ब्याज देना होगा और यह ब्याज 3 महीने के अंदर ₹900 हो जाएगा और आपको अगले 3 महीने बाद भी ₹900 ही देने होंगे लेकिन यह इन्वेस्टिंग का सही तरीका बिल्कुल नहीं है क्योंकि आपको यहां पर केवल फिक्स पैसा मिल रहा है अब दूसरी संस्था के बारे में बताते हैं
- यह संस्था आपको 5 साल के लिए पैसा देती है और यह हर 3 महीने में ब्याज के पैसों को भी पूंजी में जोड़ लेती हैं और ब्याज के पैसों का भी ब्याज लेती है जैसे कि आपने ₹10000 ₹3 प्रतिशत क्या ब्याज पर लिए हैं तो यह संस्था अगले 3 महीने बाद ₹900 को पूंजी में जोड़ देगी और अगली बार जब आपका ब्याज जोड़ा जाएगा तो ₹900 का भी ब्याज लिया जाएगा और आपको ₹900 के बदले ₹927 चुकाने पड़ेंगे इसी तरह बढ़ता जाएगा
तो देखा आपने कंपाउंडिंग का कमाल इसीलिए अगली बार जब भी पैसे इन्वेस्ट करें तो कंपाउंडिंग को जांच लें
निष्कर्ष, शेयर मार्केट का गणित
डियर पाठक आज के इस लेख शेयर मार्केट का गणित में हमने स्टॉक मार्केट के गणित को समझा और जाना कि हमें निवेश करने के लिए स्टॉक मार्केट के गणित की आवश्यकता क्यों पड़ती है
निवेश करने में स्टॉक मार्केट का गणित कितना उपयोगी साबित होता है। शेयर मार्केट का गणित इन्वेस्टिंग के अंदर कितना लाभकारी है और इसके थ्रू हम मार्केट को कैसे प्रिडिक्ट कर सकते हैं
आशा करते हैं आपको आज का आर्टिकल बहुत ही नॉलेजेबल लगा होगा और आप को समझने में आसानी हुई होगी अगर हम आपको इस आर्टिकल को टेक्निकल भाषा में समझाते तो आप को समझने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता इसलिए हमने सिंपल और सरल लैंग्वेज को चुना
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