नमस्कार प्रिय पाठक आज के इस Share Buyback meaning in hindi लेख में हम बात करने वाले हैं बायबैक शेयर क्या होता है, यह कैसे काम करता है, बायबैक शेयर के लिए कैसे आवेदन करते हैं, कंपनियां शेयर बायबैक क्यों करती है और शेयर बायबैक के फायदे और नुकसान क्या है इन सभी सवालों के ऊपर हम विस्तार से आपको जानकारी देने वाले हैं तो यदि आपके भी ऐसे सवाल है तो आप इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें
Buyback Meaning In hindi – बायबैक मीनिंग
जब कोई कंपनी को फायदा होता है और उस फायदे में से जब कंपनी के पास और ज्यादा पैसे बच जाते हैं तो कंपनी उन पैसों का सही इस्तेमाल करती है और उन पैसों के बदले अपने ही शेयर निवेशक के माध्यम से खरीद लेती है जब कोई भी बायबैक करने वाली कंपनी अपने निवेशकों को एक निश्चित कीमत पर शेयर बायबैक करने का ऑफर देती है अब इस कीमत पर निवेशक अपने शेयर को कंपनी को बेच सकते हैं इसे ही Share Buyback Meaning कहते हैं
शेयर मार्केट में जितने भी कंपनियां लिस्ट है उन सभी को कभी ना कभी किसी प्रोजेक्ट पर काम करने के लिए या किसी और वजह से ज्यादा पैसों की आवश्यकता होती है तो कंपनी पैसे प्राप्त करने के लिए या तो बैंक से लोन लेती है या फिर अपने ही स्वामित्व का हिस्सा अन्य निवेशकों को बेच देती है और
बेचे गए शेयर के बदले आए पैसों का कंपनी अपने कार्य करने में इस्तेमाल कर लेती है लेकिन कुछ महीनों या साल के बाद कंपनी को अच्छा प्रॉफिट होता है और उसके पास पैसे आ जाते हैं
अब कंपनी फिर से अपने स्वामित्व को मजबूत करने के लिए जिन शेयर को उसने बुरे वक्त में अन्य निवेशकों को बेचा था उनसे खरीदने का प्लान बनाती है और इसको ही जिसे हम शेयर बायबैक कहते हैं
शेयरों के बायबैक के फायदे और नुकसान
जब कोई भी कंपनी शेयर बायबैक करती है तो इसके बहुत सारे प्रभाव पढ़ते हैं लेकिन फिर भी काफी सारे लोगों का ऐसा मानना है कि कंपनी के बायबैक किए गए शेयरों से निवेशकों का ही फायदा होता है क्योंकि कंपनी ज्यादा पैसे देकर अपने शेयर बायबैक करती है लेकिन ऐसा नहीं है इससे बहुत बड़ा नुकसान भी होता है
फायदे –
निवेशकों को कंपनी ज्यादा पैसे देकर अपने लिए शेयर को खरीदती है जैसे कि किसी xyz कंपनी का शेयर अभी मार्केट में ₹550 का चल रहा है तो जब भी कोई कंपनी अपने शेयर को बायबैक करेगी तो वह निवेशकों को रियल मार्केट प्राइस से ₹5 से ₹10 ज्यादा देकर खरीदने का ऊपर देती है ऑफर देती है जिससे कि निवेशकों का फायदा होता है
नुकसान –
किसी भी कंपनी के शेयर को बायबैक बैक करने पर बाजार में शेयरों की संख्या में कमी आ जाती है जिससे कि ज्यादा सप्लाई नहीं हो पाती है इसके कारण शेयरों की कीमत अचानक बढ़ने लगती है जिसके कारण छोटे निवेशक बढ़ती हुई कीमत को देखकर मोहित हो जाते हैं और ऐसे शेयर में फंस जाते हैं कंपनी की कीमत के अचानक बढ़ने से कंपनी के कई सारे अनुपात ऊपर नीचे हो जाते हैं
बायबैक शेयर के लिए आवेदन कैसे करते हैं
जब भी कोई कंपनी अपने शेयर को बायबैक करने का ऐलान करती है तो इससे पहले कंपनी में बोर्ड मीटिंग होती है जिसमें यह फैसला लिया जाता है कि किस कीमत पर कंपनी के शेयर को बायबैक किया जाएगा जब शेयर को बायबैक करना कंपनी द्वारा निश्चित कर लिया जाता है
तब एक निश्चिंत दिनांक का एलान किया जाता है यह सामान्य से 3 दिन का समय होता है कि अगर इन 3 दिनों के भीतर कोई भी निवेशक अपने शेयर को बेचता है तो उसके शेयर को कंपनी बोर्ड मीटिंग में फिक्स हुई कीमत के हिसाब से खरीदने को तैयार रहती है
कंपनियां शेयर बायबैक क्यों करती है
हमने आपको ऊपर बताया कि कंपनी अपने बुरे वक्त से निकलने के लिए या किसी प्रोजेक्ट पर काम करने के लिए अपने स्वामित्व का कुछ हिस्सा निवेशकों को बेच देती है
लेकिन जब कंपनी को अच्छा प्रॉफिट होता है और उसके पास ज्यादा पैसे हो जाते हैं तो वह अपने स्वामित्व को फिर से मजबूत करने के लिए निवेशकों से अपने शेयर को खरीदती है जिसे हम बायबैक कहते हैं कंपनियां अपने स्वामित्व को मजबूत करने के लिए शेयर को बायबैक बाय करती है
निष्कर्ष – Conclusion
आज के इस लेख Share Buyback meaning in hindi मैं आपने यह सीखा कि बायबैक शेयर किया होता है औरत यह कैसे काम करते हैं इसके साथ ही हमने आपको Share buyback in hindi के बारे में सारी जानकारी देने का प्रयास किया है यदि आपका बायबैक क्या है शेयर से संबंधित कोई भी सवाल या सुझाव है तो आपने हमारे साथ कमेंट बॉक्स में सांझा कर सकते हैं इस लेख को अंत त तक पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद