Positional Trading Meaning in Hindi | पोजीशनल ट्रेडिंग

नमस्कार डियर पाठक आज के इस लेख में हम जानेंगे कि पोजीशनल ट्रेडिंग क्या होती है (Positional Trading Meaning in Hindi) और पोजीशनल ट्रेडिंग कैसे करें? क्योंकि आपको बता दें कि इस ट्रेडिंग के जरिए लोग बहुत तगड़ा प्रॉफिट लेते हैं, और यह अन्य ट्रेडिंग के मुकाबले थोड़ा अच्छा प्रॉफिट कमा कर दे सकती है,

हालांकि रिस्क भी उतना ही है। हमारा मकसद आपको आर्टिकल में लुभाना नहीं है, बल्कि आप तक सही जानकारी पहुंचाना है हम ऐसा नहीं कह सकते कि आप पोजीशनल ट्रेडिंग कीजिए और करोड़ों कमाइए हालांकि यह करोड़ों कमाने का चांस दे सकता है। वह कैसे हम इस आर्टिकल के माध्यम से जानेंगे कि पोजीशनल ट्रेडिंग किस प्रकार होती है? और क्या होती है?

चलिए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं Positional Trading के बारे में

What is Positional Trade | पोजीशनल ट्रेडिंग क्या होती है

Positional Trading Meaning in Hindi – पोजीशनल ट्रेडिंग का मतलब होता है, ” स्थिति का व्यापार”। इस ट्रेडिंग में ट्रेडर स्टॉक कुछ हफ्तों, कुछ महीनों या फिर ज्यादा से ज्यादा 1 साल तक के लिए होल्ड करके ट्रेडिंग कर सकता है।

What is Positional Trading in Hindi

डियर पाठक आपको बता दें कि पोजीशनल ट्रेडिंग एक ऐसी रणनीति है जहां ट्रेडर्स, शेयर्स को लंबे टाइम तक होल्ड करके रख सकते हैं। इस सेगमेंट में स्टॉक्स को कुछ विक्स या कुछ महीनों और अधिक से अधिक 1 वर्ष तक निवेशक अपने डिमैट अकाउंट में होल्ड करके रख सकते हैं। और फिर उन्हें सेल करके अच्छा खासा प्रॉफिट बुक कर सकते हैं। और इसमें लॉन्ग और शार्ट टर्म दोनों ही अवेलेबल है।

चलिए एक उदाहरण के माध्यम से समझते हैं :- जैसे वर्तमान में किसी XYZ कंपनी के शेयर की करंट वैल्यू ₹1500 रुपये हैं। और अब आपने ट्रेडर के रूप में होमवर्क किया और कंपनी के फंडामेंटल एनालिसिस और टेक्निकल एनालिसिस से आपको लगा कि आने वाले 7 से 8 महीनों के भीतर यह शेयर ₹1600 रुपये से ₹1650 तक पहुंच सकता है।

और इस स्थिति में आपने शेयर खरीद लिया और फिर आपने 7 महीने के बाद उस स्टॉक को बेच दिया तो आपने जो शेयर को 7 महीनों तक रोक के रखा इसे ही पोजीशनल ट्रेडिंग कहते हैं।

शेयर कैसे खरीदें और बेचे

क्या पोजीशनल ट्रेडिंग सब ट्रेडर के लिए अच्छी है

देखिए स्टॉक मार्केट में लगातार अच्छा बिजनेस करने के लिए एक “रणनीति” होना बहुत आवश्यक है। और आपको बता दें एक चीज जो रणनीति आपकी पर्सनैलिटी से मैच करें आपकी लाइफ स्टाइल से मैच करें। क्योंकि हर व्यक्ति के जीवन का अलग-अलग रूटीन है। तो आप अपने हिसाब से सेलेक्ट कर सकते हैं कि आपके लिए क्या चीज सही है और आपके काम के हिसाब से आप कैसे मैनेज कर सकते हैं।

अगर आपका व्यस्ततम लाइफ़स्टाइल है जैसा आप कोई नौकरी पेशा वाले हैं, तो आप ट्रेडिंग को अधिक समय नहीं दे पाते होंगे इस सिचुएशन में पोजीशनल ट्रेडिंग आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकता है। बाकी ट्रेडिंग सेगमेंट के मुकाबले ट्रेडर के पास पोजीशनल ट्रेडिंग में निर्णय लेने का अच्छा समय होता है। अगर आप ट्रेडिंग करना चाहते हैं और ज्यादा स्ट्रेस नहीं लेना चाहते हैं तो आप पोजीशनल ट्रेडिंग का विकल्प चुन सकते हैं। शायद आपको यह बात समझ में आ गई होगी कि पोजीशनल ट्रेडिंग आपके लिए सही है या नहीं।

Positional Trading Strategy in Hindi

पोजीशनल ट्रेडिंग के लिए कुछ स्ट्रेटजी यानी रणनीतियां हैं जिन पर हम कुछ फोकस डालते हैं, और समझते हैं कि यह किस प्रकार पोजीशनल ट्रेडिंग में सहायक हो सकती है।

फंडामेंटल एनालिसिस :-

अगर आप किसी कंपनी का फंडामेंटल एनालिसिस करना चाहते हैं तो तो इसके लिए सबसे जरूरी बात यह है कि आप यह चीज देकर की कंपनी किस सेक्टर में क्या काम करती है। और इसको जानने के लिए आप कंपनी की कमाई का रिकॉर्ड देख सकते हैं, फाइनेंसियल स्टेटमेंट देख सकते हैं और सीईओ कमेंट या फिर एसईसी फाइलिंग आदि के जरिए जान सकते हैं।

इन चीजों का माध्यम साहब देख सकते हैं कि कंपनी की परफॉर्मेंस कैसी है और कंपनी कितना प्रॉफिट दे रही है और आगे वर्तमान में इसकी क्या स्थिति होने वाली है, कुल मिलाकर फंडामेंटल एनालिसिस निवेशक को यह बताने में मदद करती है कि क्या कंपनी का स्टॉक प्राइस सही है? और अगर आप long-term क सोच रहे हैं तो कंपनी की क्या स्थिति हो सकती है। यह सब जानकारी आप फंडामेंटल एनालिसिस के जरिए ले सकते हैं और फंडामेंटल एनालिसिस की अधिक जानकारी के लिए आप यह लेख पढ़ सकते हैं👇👇

फंडामेंटल एनालिसिस क्या है? और किसी कंपनी का फंडामेंटल एनालिसिस कैसे करें?

टेक्निकल एनालिसिस :-

टेक्निकल एनालिसिस का मतलब है, कि किसी शेयर की कीमत और मूवमेंट को स्टॉक चार्ट पेटर्न के माध्यम से एनालिसिस करना। स्टॉक मार्केट के चार्ट को समझने के लिए आप एक चार्ट को वॉच कर सकते हैं और जान सकते हैं कि स्टॉक वर्तमान समय में अप ट्रेंड में है या डाउनट्रेंड में हैं या अभी रुका हुआ है। चार्ट से रिलेटेड हमारे कंप्लीट लेख आप पढ़ सकते हैं।

तकनीकी विशेषण क्या है टेक्निकल एनालिसिस कैसे करें?

शेयर मार्केट चार्ट कैसे समझें पूरी जानकारी के साथ

Positional Trading के फायदे

पोजीशनल ट्रेडिंग के निम्नलिखित फायदे हैं –

  1. पोजीशनल ट्रेडिंग से ट्रेडर को अच्छा खासा मुनाफा होता है जोकि बिजी शेड्यूल के लोगों के लिए बहुत बेहतर ट्रेडिंग ऑप्शन है।
  2. Positional Trading से ट्रेडर को फंडामेंटल और टेक्निकल एनालिसिस करने के बाद आसानी से पता चल जाता है कि स्टॉक को किस समय खरीदना चाहिए और किस समय बेचना चाहिए।
  3. इसमें निर्णय लेने का थोड़ा टाइम मिल जाता है इसलिए नुकसान की आशंका कम हो जाती है।

निष्कर्ष : Positional Trading Meaning in Hindi

डियर पाठक पोजीशनल ट्रेडिंग या ट्रेडिंग का कोई भी सेगमेंट बिना रिस्क के नहीं है, तो केवल आप मुनाफे को ध्यान में रखकर ट्रेडिंग नहीं करें। पोजीशनल ट्रेडिंग जब भी करें तब पूरे ध्यान के साथ में कंपनी का एनालिसिस करें, स्टॉक का एनालिसिस करें और उसके भविष्य का भी एनालिसिस करें कि यह आगे के टाइम में कितना उछाल ला सकता है शेयर में।

अगर आप Positional Trading Meaning in Hindi से रिलेटेड कोई सवाल करना चाहते हैं तो बेझिझक कमेंट बॉक्स में लिख दीजिए।

आशा करते हैं आज का लेख Positional Trading Meaning in Hindi आपको पसंद आया होगा और काफी नॉलेजेबल लगा होगा इस जानकारी को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अवश्य शेयर करें।

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