फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या है? Forex Trading Kya Hota Hai,

नमस्कार डियर पाठक आज के इस लेख में हम जाने वाले हैं, कि फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या है? (What is Forex Trading) क्योंकि एक इन्वेस्टर के रूप में आपको स्टॉक मार्केट की नॉलेज होनी ही चाहिए, जो एनालिसिस करने में बेहतर रूप से काम आती है। अगर आप स्टॉक पत्रिका पर नयें हैं। तो Allow बटन पर क्लिक करके सब्सक्राइब कर लीजिए चलिए आगे बढ़ते हैं, और जानते हैं फॉरेक्स ट्रेडिंग के बारे में।

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फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या है, What is Forex Trading?

फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या है? विदेशी मुद्रा बाजार, जहां वर्ल्ड की करेंसी का क्रय विक्रय (Buy-Sell) का मार्केट है जहां इस्तेमाल किया जाने वाला टर्म है।‌ रुपये को डॉलर्स से एक्सचेंज करना हो या डॉलर को यूरो में एक्सचेंज करना हो, यह सब फॉरेक्स यानी कि फॉरेन मार्केट का ही हिस्सा है‌, और यह चौबीसों घंटे चलने वाला मार्केट है।

आज आप इंटरनेट की मदद से इसे घर बैठकर कर सकते हैं और यहां से पैसे कमा सकते हैं। पर ज्यादा कुछ नहीं एक इंटरनेट कनेक्शन मोबाइल या कंप्यूटर चाहिए और फिर फॉरेक्स ब्रोकर के साथ ट्रेडिंग अकाउंट खोल कर आप इसे आसानी से कर सकते हैं।

मार्केट केपीटलाइजेशन क्या होता है

फॉरेक्स मार्केट या फॉरेन एक्सचेंज क्या है?

फॉरेक्स एक्सचेंज मार्केट या फिर फॉरेन दरअसल और कुछ नहीं बल्कि करंसी ट्रेडिंग के ग्लोबल मार्केट के लिए इस्तेमाल किए जाने वाला टर्म है। और डियर पाठक 5.3 ट्रिलियन डॉलर दैनिक लेनदेन के साथ यह दुनिया का सबसे बड़ा फाइनेंशियल मार्केट है। इसमें आप चाहे ₹100000 को यूएस डॉलर $ से किसी बैंक से या एयरपोर्ट पर एक्सचेंज करें या फिर $10000 को रुपये से किसी बैंक के जरिए एक्सचेंज कराएं, यह सब फॉरेन मार्केट या फॉरेक्स का ही हिस्सा है।

Forex की सुविधा कौन मुहैया करवाता है?

डियर पाठक आपको बता दें, कि फॉरेक्स लेनदेन को मैनेज करने वाले कोर कस्टमर स्कोर सुविधा प्रोवाइड कराने वाली एजेंसी या बड़ी-बड़ी कंपनियों से लेकर छोटे-मोटे एजेंट ब्रोकर शामिल हो सकते हैं।

क्या फॉरेक्स ट्रेडिंग कोई भी कर सकता है?

जी हां आप भी कर सकते हैं फॉरेक्स ट्रेडिंग, इसमें कोई बड़ी बात नहीं है, आज के दौर में इंटरनेट की मदद से कोई भी इसे घर बैठे हैं। और आपको बस बिल्कुल बड़े-बड़े बैंक और फाइनेंशियल ऑर्गेनाइजेशन की तरह। इंटरनेट कनेक्शन के साथ एक कंप्यूटर की आवश्यकता होगी और एक फॉरेक्स ब्रोकर के साथ ट्रेडिंग अकाउंट होना चाहिए और फिर बस आप भी कर सकते।

फॉरेक्स ट्रेडिंग कैसे काम करती है?

डियर पाठक आपको बता दें कि फॉरेक्स मार्केट में एक करेंसी को दूसरे करेंसी में चेंज किया जाता है। और इस ट्रेडग में सबसे ध्यान ज्यादा ध्यान रखने वाली बात होती हैं। एक्सचेंज रेट,‌ मतलब एक करेंसी को जब दूसरी करेंसी में एक्सचेंज करेंगे तो उसकी एक्सचेंज करने की दर क्या होगी।

और आपने अक्सर देखा होगा कि रुपए की कीमत डॉलर के मुकाबले इतनी है या डॉलर की कीमत यूरो के मुकाबले इतनी है। अगर सरल भाषा में आप को समझाने का प्रयास करें तो जैसे कि वर्तमान में 1 डॉलर की कीमत 82.40 रुपयों में है यानी कि $1 को खरीदने के लिए आपको 82.40 का भुगतान करना होगा।

फॉरेक्स ट्रेडिंग से पैसा कैसे कमायें।

चलिए यहां पर आपको एक उदाहरण के माध्यम से समझाते हैं। क्या फिर फॉरेक्स मार्केट से पैसे कैसे कमाए जाते हैं? या कमा सकते हैं। या फिर ट्रेडिंग कैसे करें। अब जैसे कि आप यूरोज (EUR) के बदले आप $1,000 (USD) खरीदने का प्लान बनाते हैं। अब मान लीजिए कि जिस वक्त आपने डॉलर खरीदें उस वक्त यूरो/ डॉलर का एक्सचेंज रेट 1.40 था यानी अब आपको $1000 खरीदने के लिए 1400, EUR का भुगतान करना पड़ेगा।

अब कुछ टाइम बाद एक्सचेंज रेट में परिवर्तन होता है और यह बढ़कर 1.50 हो जाता है। यानी की अब अगर आप $1,000 को बेचेंगे तो आपको 1,500‌ मिलेंगे। और कुछ इस प्रकार आपको यहां पर 100 यूरो का प्रॉफिट हो गया। ठीक इसी प्रकार अगर डॉलर बेचने के वक्त एक्सचेंज रेट 1.30 हो गया तो, आपको‌ उन्हीं $1000 के बदले। 1,300‌ यूरो मिलेंगे यानी कि 100 यूरो का लॉस उठाना पड़ा।

यहां पर आपको बता दें कि फॉरेक्स मार्केट में बड़ी-बड़ी कंपनियां, बड़े-बड़े ऑपरेटर, एजेंट्स, आदि इसी प्रकार मोटा पैसा फॉरेक्स मार्केट से जनरेट करते हैं।

लेकिन ध्यान रखने योग्य यह बात है। आप इस मार्केट को तभी ट्राई करें जब आपका एनालिसिस आपको यहां पर पॉजिटिव संकेत देता हो ऐसा नहीं है कि आपको लगता है। आपके लगने को मार्केट नहीं मानता है मार्केट आपके एनालिसिस को मानता है।

फॉरेन करंसी एक्सचेंज मार्केट का इतिहास

1970 के पहले तक फॉरेन करंसी एक्सचेंज दरें स्थायी रूप से फिक्स हुआ करती थी। लेकिन 70 के दशक से लगातार यह परिवर्तन होने लगी और तब से एक्सचेंज रेटों का प्रचलन शुरू हो गया

Fixed फॉरेन करेंसी रेट्स

‌फिक्स्ड फॉरेक्स करंसी रेट्स का चलन, विश्व युद्ध के पहले आर्थिक भेदभाव के मुद्दों की वजह से हुआ, जहां कुछ गिने चुने देशों के पास दूसरे देशों की तुलना में अधिक व्यापारी का अधिकार होते थे। कहने का मतलब उनकी फाइनेंशियल कंडीशन ठीक थी इसीलिए स्वतंत्र व्यापार को बढ़ावा देने के लिए,

अलग-अलग मुद्राओं के बीच परिवर्तन को जरूरी समझा गया, और इसलिए फिक्स फॉरेक्स करंसी रेट्स प्रणाली अस्तित्व मे आयी। और फिर 44 सहयोगी राष्ट्रों के प्रतिनिधियों के सम्मेलन में जुलाई 1944 के पहले तीन हफ्तों के अंदर तय किए गए थे। इस सम्मेलन का आयोजन, ब्रेटनवुड्स, न्यू हेंपशायर US में किया गया था। इसलिए इस प्रणाली को ब्रेटन वुड्सप्रणाली कहा जाता है।

निष्कर्ष, फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या है? Forex Trading Kya Hota Hai,

आज के इस लेख फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या है? Forex Trading Kya Hota Hai, के अंदर हमने फॉरेक्स ट्रेडिंग या फिर फॉरेन करेंसी के बारे में जाना और यह भी जाना कि फॉरेक्स ट्रेडिंग से पैसे कैसे कमाए जा सकते हैं, और भी बहुत कुछ, डिअर पाठक विदेशी मुद्रा बाजार, जहां वर्ल्ड की करेंसी का क्रय विक्रय (Buy-Sell) का मार्केट है जहां इस्तेमाल किया जाने वाला टर्म है।‌ रुपये को डॉलर्स से एक्सचेंज करना हो या डॉलर को यूरो में एक्सचेंज करना हो, यह सब फॉरेक्स या फॉरेन करेंसी एक्सचेंज के अंतर्गत आता है।

आशा करते हैं आज का लेख फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या है? Forex Trading Kya Hota Hai, पसंद आया होगा ऐसे ही जानकारी पाने के लिए आप हमारे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से जुड़ सकते हैं जहां आपको डेली अपडेट्स मिलती रहती हैं।

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